हमारी यात्रा
एक गतिशील विरासत:
राष्ट्रीय लोक सेवक पार्टी की कहानी
2016
वर्ष 2016 में हमारे संस्कारो और आदर्श माँ पद्मिनी के व्यक्तित्व को मनोरंजन हेतु तथ्यों से छेड़छाड़ करने के कुत्सित प्रयास किया गया जिसके परिणामस्वरूप एक आंदोलन की शुरुवात हुई, कालांतर में हमारे सामाजिक प्रतिनिधियों ने समाज की समस्याओ के समाधान हेतु राजनीतिक पार्टियों के दरवाजे खटखटाये जो सर्व समाज के हितों से जुड़े थे, लेकिन हर बार निराशा हाथ लगी, हमारे युवा भाई जो आम जन के हितार्थ कार्य कर रहे थे उनको राजनीतिक पार्टयों द्वारा अनदेखा किया गया|
2018
परिणामतः 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के पश्चात विभिन्न बुद्धिजीविओ के सुझाव के पश्चात निर्णय लिया गया की हमे अपना खुद का राजनीतिक मंच तैयार करना चाहिए जिसका लक्ष्य सत्ता प्राप्ति ना हो कर, सत्ता लोलुप स्वार्थ की राजनीती करने वालो को बेनकाब करते हुए निस्वार्थ सेवाभावी व्यक्तियों को समाज सेवा का मौका देना है।
2019
2019 में प्रथम बार राजनीतिक पार्टी के रेजिस्ट्रेशन हेतु आवेदन किया गया|
2021
2021 में हमे भारतीय चुनाव आयोग द्वारा राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्रदान कर दी गयी, इसी दौरान हमारे द्वारा जन सद्भावना से सम्बंधित कई मुद्दों पर आंदोलन और मुहीम चलायी गयी जिसमे EWS सरलीकरण, ऐतिहासिक महापुरुषों के नाम पर राजनीती करने वालो का विरोध|
2023
सामाजिक मुद्दों को ले कर 2 अप्रेल 2023 में जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में केसरिया महापंचायत प्रमुखता से रहे । 2023 में राजस्थान के विधानसभा चुनाव में पहली बार हमारी पार्टी द्वारा 11 युवा पार्टी प्रत्याशियों को मौका दिया गया|
2025
2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में 2 प्रत्याशियों द्वारा सुल्तानपुरी माजरा -10 तथा नांगलोई जाट-10 उपस्थिति दर्ज करवाई गयी है|